परदेसियों से न अखियाँ मिलाना - क्या होगा अगर ऐसा होगा...शायद खुदा कभी तो जवान रहा होगा और उसने तुम्हे देख कर कहा होगा "ए गुलबदन ...ए गुलबदन, फूलों सी महक कांटो सी चुभन...कहीं आज किसी से मोहब्बत न हो जाये...!!!
कहीं इसी वज़ह से खुदा कहीं खुद ही अकेला तो नहीं रह गया ? :)
अरे अब रात में बारह बजे ब्लॉग लिखने की कोशिश करोगे तो ऐसे हे ख्याल आयेंगे..
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