Wednesday, March 26, 2014

usne kaha tha...


राह चलते हुए आज मैं  रुक गया, शायद जल्दी में कुछ भूल गया

वापस आया तो पाया खिड़की से झाँक रहा था वो,
हाथ हिलाते हुए ताक रहा था,  मुस्कुराते हुए जोर से बोला

"पापा जल्दी घर आना और मेरे लिए चीज़ी जरूर लाना"

to continue...


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